khas log

Monday 31 October 2011

दिल में सदा गीता और कुरान राखियो

बणना चाहो कलाकार तो ध्यान राखियो
उस्ताद और प्रशंसका का मान राखियो

कदे भी नही फसोगे यारों धर्म संकट में
दिल में सदा गीता और कुरान राखियो
ज्यादा बड़ी प्लानिंग की जरूरत नही स
बस थोडा सा दुश्मन न परेशान राखियो
के भरोसा नसीब में हो एक और तलवार
छिपा कर थम अलग त म्यान राखियो
एक दिन तो काम की बात सुनाई देवेगी
थम यारों खुले अपने दोनों कान राखियों
बेशक तारे महबूब खातिर तोडण जाइयों
पर मां बाप के ख्वाब की भी आन राखियों

मजिल त भी आगे की दुनिया दिखा देवेगी
बेचैन मीठी सदा बस अपनी जुबान राखियों