khas log

Saturday, 21 April 2012

इतणी पीवैंगे जब ताईं श्यामी आले तीन पेड छह ना दिखण लाग जां

एक बै लिलू अर धारा आहते मै बैठे पीण लाग रे
लिलू - भाई धारे आज तै इतणी पीवैंगे जब ताईं श्यामी आले तीन पेड छह ना दिखण लाग जां
आहते आला आया अर बोल्या - अरै कमिनों, श्यामी एक ए पेड सै, ईब के य्हाडै जंगल बणाओगे...?

मेरा छह मिह्न्या में छह किलो वजन घटा दि


ना पूछ तेरे प्यार नै किसाक धुम्मा ठा दिया
मेरा छह मिह्न्या में छह किलो वजन घटा दिया

शुक्र सै थोडा जिम ज्वाइन कर राख्या सै मैंने
तैंने खून फेर भी मेरा अच्छा अच्छा सूखा दिया

क्यूं फेर भी बात करण में तेरा जी नही करता
 नोकिया तक का तेरे तै मोबाइल दुवा दिया

मैं इस्ते ज्यादा बता और के करू भागवान
कालीन की ज्यूं आगे तेरे कालजा बिछा दिया

इससे ज्यादा खराब माट्टी के होवेगी बेचैन
तैने देशी छोरा एकदम सपरेटा बणा दिया