भिखारी ...एक लङकी से
क्या तुम मुझ से शादी करोगी !
लङकी ...शक्ल देखी है अपनी आईने मेँ
तुम से शादी करने से अच्छा तो मेँ फांसी पर लटक जाऊँ
भिखारी ...हे राम ,मर जायेगी पर किसी गरीब के काम ना आयेगी ...
क्या तुम मुझ से शादी करोगी !
लङकी ...शक्ल देखी है अपनी आईने मेँ
तुम से शादी करने से अच्छा तो मेँ फांसी पर लटक जाऊँ
भिखारी ...हे राम ,मर जायेगी पर किसी गरीब के काम ना आयेगी ...
No comments:
Post a Comment