khas log

Wednesday 3 August 2011

,अस्सी कोन काडे जा

एक बार एक सरदार कुंए म् पड़ग्या,अर किल्की मारण लाग्या ,धोर इ एक जाट किल्की सुण क भाज्या आया अर रुका मार क बोल्या' कोण स् भाई' ,सरदार न जवाब दिया 'अस्सी हां', जाट न जवाब दिया माफ़ करियो भाईसाबो,एक-दो होवा आर तो काड दु आर ,अस्सी कोन काडे जा

1 comment:

Pradeep Sheoran said...

Jaat to jaate ho sai