khas log

Thursday 5 January 2012

आदमी नै पीणा लुगाई सिखावे सै

दर्द नै सहणा तो दवाई सिखावे सै
आदमी नै पीणा लुगाई सिखावे सै

जन्मजात नही होता कोए खुदगर्ज़
या हुश्यारी तो असनाई सिखावे सै

शादी के बाद क्यूकर बसाणा सै घर
यो ख्वाब सजाणा सगाई सिखावे सै

जिनका वास्ता पड्या सै वे जाणे सै
बड़े नै के कुछ छोटा भाई सिखावे सै

तेरे साथ नै तो सदा बेचैन करया सूं
महोब्बत तो मैंने तन्हाई सिखावे सै

3 comments:

manoj hindustani said...

साची बात स ....

manoj hindustani said...

साची बात स ....

manoj hindustani said...

साची बात स ....