khas log

Monday 23 April 2012

यैं इतनी बड्डी-बड्डी मूछ किस दिन काम अवैंगी. डबो-डबो कै चूसा दे !

एक बूढ़े के पास अपने दूध-मुहें बच्चे को छोड़ कर एक बहू खेत चली गयी. बच्चा रोने लगा. एक बोला—इसनै किमे चा-चूह प्यादे. बूढा बोला—न्यूँ क्युकर? एक बोला—यैं इतनी बड्डी-बड्डी मूछ किस दिन काम अवैंगी. डबो-डबो कै चूसा दे !

No comments: