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Friday 22 July 2011

डॉक्टर कुमार विश्वास की ,,,,,,कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है,,,,रचना का हास्य कवि वी एम बेचैन की और से हरियाणवी जवाब -----------

तू कोए काम धंधा कर आशिकी छोड़ दे प्यारे
याए कहरे धरती अम्बर आशिकी छोड़ दे प्यारे
जो तेरे त दूर रहवे स वा सिर प आके बैठ ज्यागी
फेर रोवेगा जीवन भर आशिकी छोड़ दे प्यारे
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महोब्बत जिसने कह रह्य स, उसका नाम स खर्चा
आज की हीर और मीरा का कराना काम स खर्चा
रोवेगा छोरिया खातर तो एक दिन आंधा होज्यागा
नहीं मेरी तेरे जंचती, तो करवा इश्क प चर्चा
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हाथ न माथे प धरके, तू एक दिन रोवेगा बेटा
गये दिन याद कर करके, तू एक दिन रोवेगा बेटा
उसने हर बार हज़ारां का, गिफ्ट देवन त पहल्या सुन
कर्ज़ में डूब्या पाछे तू ,नौकरी टोहवेगा बेटा
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प्यार एक तरफा कर बैठ्या,तो होणा स हंगामा
इस्सा पहलवान देई का , तू कोन्या दीखता गामा
इश्क जिसते तू कर रह्य स, वा शादी करके चल ज्यागी
कह्वेंगे साल भर पाछे, उसके बालक तैने मामा
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तू कोए काम धंधा कर -------------------

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