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Saturday 12 November 2011

जाड़ा आग्या इब तो करामात होया करेगी

जाड़ा आग्या इब तो करामात होया करेगी
दो कौफी में लम्बी मुलाक़ात होया करेगी

स्वेटर जाकेट पहर के मैं भी मोटा दिखूंगा
मेरी कमजोरी पर ना इब बात होया करेगी

कितनी ए कॉफ़ी पी ले, वा सहेलियां कै संग
ना बिल नै लेके कोए खड़ी खाट होया करेगी

दिसम्बर जनवरी में जद भी बैठांगे पार्क में
गुनगुनाती धुप भी माहरे साथ होया करेगी

हाथ पकड़ के चालांगे तो किसे ना दिखांगे
जद बेचैन धुंध आल्ली बरसात होया करेगी


1 comment:

RAMENDRA CHITRANSHI said...

waah kahne ki ab to aadat si ho gayi hai......jaado ka mausam sach me bahut kuch dhank bhi deta hai to bahut khuch ughaad bhi deta hai.....